हनुमानगढ़। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना (बीएसबीवाई) का लाभ जरूरतमंद ले रहे हैं। सरकारी अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी के साथ-साथ निजी चिकित्सालय में भी लोग बीएसबीवाई के तहत इलाज करवाने के लिए जा रहे हैं। ऐसे परिवार जो दो जून की रोटी का जुगाड़ नहीं कर पाते हैं, उनके लिए भी भामाशाह स्वास्थ्य जीवन बीमा योजना एक भरोसे की तरह काम कर रही है। 13 दिसम्बर 2015 से शुरू हुई इस योजना में 13 निजी एवं 7 सरकारी अस्पताल लोगों को नि:शुल्क चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं।
सीएमएचओ डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि योजना के शुरु होने के बाद अब तक 30,755 लोगों को नि:शुल्क इलाज मिल चुका है और 9 करोड़ 48 लाख 24 हजार 620 रुपए के स्वास्थ्य पैकेज बुक किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में सबसे अधिक लोगों के स्वास्थ्य पैकेज बुक कर उन्हें नि:शुल्क इलाज दिया है। इसके साथ-साथ नोहर सीएचसी व संगरिया सीएचसी सरकारी चिकित्सा संस्थानों में सबसे अच्छा कार्य कर रही हैं। निजी अस्पतालों में एलबीएम चावला नर्सिंग होम एवं हनुमानगढ़ बॉम्बे हॉस्पीटल एण्ड मैटरनिटी होम अच्छा कार्य कर रहे हैं। नि:शुल्क इलाज देने के उद्देश्य से और अधिक अस्पतालों का सर्वे करवाया जा रहा है ताकि सुदूर क्षेत्रों में रह रहे लोगों को उनके नजदीकी अस्पताल में नि:शुल्क इलाज मिल सके।
दो जरूरतमंदों को मिला हर्नियां का नि:शुल्क उपचार
डीपीएम एनयूएचएम जितेन्द्रसिंह राठौड़ ने बताया कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत जरूरतमंद परिवारों के दो जनों का हर्नियां का ऑपरेशन किया गया है। हनुमानगढ़ के रहने वाले तरसेम व रावतसर के हरीराम नाई दोनों ही काफी समय से इस दर्द को सहन कर रहे थे, लेकिन रुपयों के अभाव में इलाज नहीं करवा पा रहे थे। आसपास के लोगों से जानकारी मिलने के बाद उन्होंने योजना से सम्बद्ध निजी अस्पताल चावला नर्सिंग होम में डॉ. बीके चावला को अपनी रिपोर्ट दिखाई। डॉ. चावला ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत दोनों का नि:शुल्क सफल ऑपरेशन किया। अब ऑपरेशन के बाद तरसेम व हरीराम अस्पताल में स्वास्थ्य उपचार ले रहे थे। तरसेम की धर्मपत्नी ने बताया उनके पति काफी समय से हर्नियां से परेशान थे, लेकिन ऑपरेशन के बाद अब वे आराम महसूस कर रहे हैं।
20 चिकित्सा संस्थान कर रहे नि:शुल्क इलाज
आईईसीसीओ मनीष शर्मा ने बताया कि उन्होंने बताया कि योजना के तहत अब जिले के 7 सरकारी और 13 निजी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज की सुविधा मिलनी शुरु हो गई है। सरकारी अस्पतालों में एमजीएम जिला चिकित्सालय, संगरिया सीएचसी, नोहर सीएचसी, भादरा सीएचसी, रावतसर सीएचसी, टिब्बी सीएचसी व पीलीबंगा सीएचसी शामिल हैं। इसी तरह निजी अस्पतालों में हनुमानगढ़ का बॉम्बे हॉस्पीटल एण्ड मैटरनिटी होम, श्री कान्हाराम मैमोरियल ट्रोमा एण्ड मल्टीस्पैशलिटी हॉस्पीटल, महावीर हॉस्पीटल एण्ड मैटरनिटी सैण्टर, छाबड़ा हॉस्पीटल एण्ड मैटरनिटी होम, लक्ष्मी बाई मैमोरियल चावला नर्सिंग होम, बेनीवाल ऑर्थो एण्ड मैटरनिटी हॉस्पीटल, पीलीबंगा में गोलूवाला स्थित बालाजी हॉस्पीटल, भादरा का विवेकानंद स्वास्थ्य सेवा समिति, श्री बालाजी हॉस्पीटल, संगरिया का बीकानेर नर्सिंग होम, नोहर का सिद्धू हॉस्पीटल, श्री बाबाजी मल्टीस्पैशलिटी हॉस्पीटल व रावतसर का अग्रवाल नर्सिंग होम शामिल है।