नेशनल अलायन्स ऑफ एन0जी0ओस0 फ़ॉर डेवलोपमेन्ट एंड इनोवेशन(नंदी संगठन ) द्वारा दिनांक 31 मई से 6 जून 2017 के दौरान काशी से बद्रिकाश्रम तक अविरल गंगा यात्रा का आयोजन किया गया।नंदी संगठन के सदस्यों द्वारा गंगा जी की दोनों प्रमुख धराओं – अलकनंदा एवम भागीरथी तथा पंच प्रयागों- विष्णुप्रयाग, नंदप्रयाग, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग एवम देवप्रयाग स्थित संगम से पवित्र जल देवाधिदेव महादेव को अर्पित करने हेतु काशी लाया गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज श्रावण कृष्ण एकादशी तदनुसार दिनांक 19/07/2017 को काशी में भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया गया और अविरल गंगा यात्रा को गंगा सेवा अभियानम को सादर समर्पित कर यात्रा का समापन किया गया ।
इस यात्रा के माध्यम से आम जनमानस की भावना से भारत सरकार एवं राज्य सरकारों को अवगत कराने का प्रयास किया गया कि काशी समेत गंगा के सभी तीर्थों में ऐसे ही निर्मल गंगा जल से देव विग्रहों का अभिषेक हो और यह तभी संभव होगा जब गंगा की अविरलता सुनिश्चित किया जाए। इस यात्रा के माध्य्म से गंगा की अविरलता-निर्मलता हेतु कार्य करने वाली सभी स्वयंसेवी संगठनों का आह्वान भी किया गया कि वे सभी एकजुट होकर गंगा की अविरलता के लिए सामूहिक प्रयास करें।
अनंतश्रीविभूषित ज्योतिष एवं द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरुशंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी श्री अविमुक्तेस्वरानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि सैद्धान्तिक रूप से गंगा के पथ में प्रवाहमान जल गंगा जल ही है। परंतु जो सामने दिख रहा उसे भी नहीं नकारा जा सकता। गंगा में गिराए जा रहे अवजल और गंगा की अवरूद्ध की जा रही धारा हमारे मन और हृदय को उद्वेलित किये बिना नहीं रह सकती। ऐसे में अविरल और निर्मल गंगा की धारा हमारे लिए अनिवार्य हो जाती है। बिना इसके हमारे धार्मिक अधिकार का संरक्षण नही हो सकता।
कार्यक्रम में नंदी संगठन के अध्यक्ष अभय शंकर तिवारी ने संगठन के प्रमुख सदस्यों के साथ रुद्राभिषेक किया।
इस दौरान संगठन के सजल जलप्रहरी, अरुण कुमार मौर्य,सीमा पाण्डेय, अनिल कुमार, दिलीप श्रीवास्तव,अविनाश पाण्डेय, दीपमाला,मंजू देवी, आदि उपस्थित रहे।