पंद्रह अगस्त तक जिले को ओडीएफ करने के लिए जुटे अधिकारी

0
832
ओडीएफ

एडीएम हेमेन्द्र नागर, सीईओ वीसी गर्ग व एसीईओ रामेश्वर मीना सहितअधिकारियों, ग्राम प्रभारियों ने किया मंथन

प्रतापगढ़ स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत विभिन्न ग्राम पंचायतों के लिए नियुक्त किए गए प्रभारी अधिकारियों ने मंगलवार को मिनी सचिवालय सभागार में पंद्रह अगस्त से पहले संपूर्ण जिले को ओडीएफ करने के विचार पर मंथन किया। दो अलग-अलग सत्रों में हुई बैठक में अरनोद, छोटी सादड़ी, पीपलखूंट, धरियावद व प्रतापगढ ब्लाॅक के प्रभारी अधिकारियांे के साथ समीक्षा की गई।

अतिरिक्त जिला कलक्टर हेमेन्द्र नागर ने कहा कि हमें पंद्रह अगस्त तक संपूर्ण जिले को खुले में शौच से मुक्त करना है। इसके लिए अपने-अपने गांवों की परिस्थितियों के मुताबिक एक्शन प्लान बनाकर सक्रियता व समर्पण से काम करें। उन्होंने कहा कि जिन पात्रा परिवारों के शौचालय बन गए हैं,  उनका भुगतान जल्द से जल्द करवाएं। ग्राम पंचायत स्तर से सभी की यूसी, सीसी अपलोड करने की कार्यवाही जल्द करें। सरपंच, वार्ड पंच, आगंनवाड़ी कार्यकत्र्ता, एएनएम, डाॅक्टर, प्रिंसिपल, जनप्रतिनिधि मिलकर रैली निकालकर प्रचार-प्रसार का काम करें। उन्होंने कहा कि यदि आप अपनी पंचायतों को ओडीएफ कराते हैं तो आने वाले समय  में लोग आपको याद करेंगे। ग्राम प्रभारियों ने भरोसा दिलाया कि 31 जुलाई तक प्रतापगढ़ ब्लाॅक व 5 अगस्त तक धरियावद ब्लाॅक की सभी पंचायतें ओडीएफ कर दी जाएंगी।

नागर ने कहा कि बैठक में अनुपस्थित रहे अधिकारियों के खिलाफ 17 सीसीए की कार्यवाही की जाए। आवश्यक औसत प्रगति के हिसाब से साप्ताहिक व दैनिक समीक्षा करें। प्रभारी अधिकारी फील्ड में कार्मिकों को नेतृत्व प्रदान करें। लोगों को लोकतांत्रिक ढंग से प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण के साथ-साथ समुदाय के व्यवहार में परिवर्तन बहुत जरूरी है। शौचालय निर्माण  के कार्यो में तेजी लाएं। लोगों के मनोविज्ञान में बदलाव  लाएं। लोगों को बताएं कि शौचालय उनके लिए फायदे का सौदा है तथा स्वच्छता अपनाकर हम कई प्रकार की बीमारियों से बच सकेंगे।

सीईओ डाॅ वीसी गर्ग ने कहा कि सभी पंचायत सहायक, सरपंच, वार्ड पंच, आगंनवाड़ी कार्यकत्र्ता, एएनएम, डाॅक्टर, प्रिंसिपल, जनप्रतिनिधि, स्कूल के बच्चों को प्रार्थना सभा में भी प्रेरित कराएं जिससे सकारात्मक विचार परिवार-घर पर जाएगा और सभी शौचालय बनाने के लिए प्रेरित होंगे। उन्हांेने कहा कि नरेगा मेट, जेटीओ, वन सुरक्षा प्रबंध समितियों के मेम्बर, सभी विभागांे के लोग मिलकर लोगों को शौचालय बनाने के लिए प्रेरित करें।

एसीईओ रामेश्वर मीना ने कहा कि बने हुए शौचालयों के फोटो अपलोड करने के काम में तेजी लाएं। एमआईएस की प्रगति में सुधार लाएं। बैठक के दौरान विकास अधिकारी अनिल पहाड़िया, सार्वजनिक निर्माण विभाग से बीके वर्मा, पीएचईडी से शांतिलाल ओस्तवाल, सभी ब्लाॅक प्रभारी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

जल क्रांति के बाद अब प्रदेश वन क्रांति की ओर – मुख्यमंत्री

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here